tag:blogger.com,1999:blog-4068189572361244836.post7221591676836796899..comments2023-10-27T15:03:35.268+05:30Comments on नए विचार- मधुछन्दा: बुल बुला.............मधुछन्दा चक्रवर्ती (पुरकायस्थ)http://www.blogger.com/profile/11064832308373843049noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-4068189572361244836.post-32577144050733675902011-07-18T13:36:13.414+05:302011-07-18T13:36:13.414+05:30प्रिय पाठक/पाठिकाओं,
ये मेरी पहली कहानी है। कथा शि...प्रिय पाठक/पाठिकाओं,<br />ये मेरी पहली कहानी है। कथा शिल्प एवं रचना प्रक्रिया की दृष्टि से कुछ त्रुटि हो सकती है। परन्तु कहानी शायद आज के पाठकों को कुछ अच्छी लगे। यह एक ऐसी घटना पर आधारित कहानी है जिसे मैंने अपने जीवन में बहुत निकट से अनुभव किया है। अपने अनुभवों को जिस प्रकार कविताओं में संजोकर पिरोकर आपके सामने प्रस्तुत करती हुँ उसी प्रकार पहली बार कथा रूप में भी पेश करनी की कोशिश की है। अपना बहुमूल्य सुझाव देकर इसे भी वैसे ही अपनाईए जैसी मेरी कविताओं को भी अपनाया था आप सभी पाठकों ने।मधुछन्दा चक्रवर्ती (पुरकायस्थ)https://www.blogger.com/profile/11064832308373843049noreply@blogger.com